Chhota Bazaar
A blog from a self-diagnosed writer.
Thursday, September 29, 2016
दीपावली
हर चेहरे पे जब मुस्कान हो
,
लहराते खेत-खलियान हों
,
असत्य पर विजय पाकर अयोध्या लौटे राम हों
,
रोशनी से जग मग जब ये सारा आवाम हों
,
हर दुख से
,
हर गम से
,
जब इस ज़िंदगी का उत्थान हो
,
तब यह त्योहार दीपावली अंजाम हो ।
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