1. चाय की दुकान (दाएँ)
- सुबह
मचान पे चाय की दुकान पे
गोकु भैया (५०) चाय बना रहे हैं। नीचे, छोटू (७) ग्राहकों, युवाओं
और युवतियों, को चाय दे रहा है या उनके झूटे ग्लास इकट्ठे कर रहा है।
दो लड़के, डी.सी.
(१८) और ए.सी. (१८) कुर्सियों पे ऐंठ में बैठे हैं। उनके सामने एक लड़का, नन्नु
(१७), अपना सर झुकाए खड़ा है।
इतने में डी.सी., बब्ली
(१८) जो पास ही अपनी दो सहेलियों के साथ बैठी है, की ओर
इशारा करते हुए नन्नु को कहता है।
डी.सी.
जा उस
लड़की से उसका फ़िगर पूछ के आ।
नन्नु
बॉस, मिस बॉस पीटेंगी मुझे।
ए.सी.
और नहीं
पूछा तो हम पीटेंगे। अब खुद सोच ले किसके
थप्पड़
से तेरा कान सूझेगा।
2. चाय की दुकान (बाएँ) - सुबह
बब्ली और उसकी सहेलियाँ खिल-खिला, खिल-खिला के हंस रही हैं जब नन्नु उन्हें टोकता है।
नन्नु
मिस बॉस, वो,
वो, आपका फ़िगर पूछना था।
बब्ली
क्यूँ
दर्ज़ी है तू?
सभी लड़कियां पेट-फाड़ हँसती हैं।
नन्नु
मिस बॉस, वो मैं नहीं, डी.सी. बॉस पूछ रहे हैं।
बब्ली
अच्छा
डी.सी. पूछ रहा है! फिर तो बताना ही पड़ेगा।
बब्ली एक पल सोचती है और फिर कहती है।
बब्ली
...जा
उसको बोल मेरा फ़िगर है,
तीस-चौंतीस-तीन सौ नौ।
3. चाय की दुकान (दाएँ)
- सुबह
नन्नु,
डी.सी. और ए.सी. के सामने पहुँच कर घोषित
करता है।
नन्नु
मिस्टर बॉस, मिस बॉस का फ़िगर है, तीस-चौंतीस-तीन सौ नौ।
डी.सी. और ए.सी. सोच में उलझ जाते हैं।
ए.सी.
...अबे, सात डिजिट का फ़िगर, ये क्या है?
डी.सी.
...भाई, चल चलते हैं।
ए.सी.
क्यूँ
भाई?
डी.सी.
भाई, ये बब्ली का फ़िगर नहीं, मेरी मम्मी का फोन न. है।
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