Thursday, September 29, 2016

गर ऐसा हो तो कैसा हो

हवा में भाप की जगह पानी उड़े तो कैसा हो?
नदियों में पानी की जगह बादल बहें तो कैसा हो?
आसमाँ को बादल की जगह भाप ढके तो कैसा हो?
सयाने को दुनिया पागल कहे तो कैसा हो?
नफरत की जगह मैं प्यार करूँ तो कैसा हो?

खेत में पौधों की जगह इंसान उगें तो कैसा हो?
धरती के चक्कर सूर्य, सूर्य के चक्कर चंद्रमा काटे तो कैसा हो?
महासागर में हीरें बहें तो कैसा हो?
करोड़ों कोयलों में पानी की एक बूंद मिले तो कैसा हो?
ज़मीन पे चलने के बजाए मैं उड़ूँ तो कैसा हो?
हाथ मिलाने के बजाए गले मिलूँ तो कैसा हो?

मेरी सोच पे पाबंध ना हो तो कैसा हो?
हम युद्ध ना लड़ें तो कैसा हो?
स्त्री और पुरुष का बराबर दर्ज़ा हो तो कैसा हो?
धर्म के नाम पे कत्ल ना हो तो कैसा हो?
ये संसार एक शांतिपूर्ण जगह हो तो कैसा हो?
सब अक्सर उदास की जगह ज़्यादातर खुश रहें तो कैसा हो?

हवा में भाप की जगह पानी उड़े तो कैसा हो?

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