Thursday, September 29, 2016

छह चालिस की मेट्रो

आजा तुझे छह चालीस की मेट्रो से चाँद पे ले चलूँ,
सुना है आज वहाँ कोई फाउंटेन शो है,
पर जल्दी तैयार हो जा रेडियो पे कहा है के रास्ते में ट्रेफिक स्लो है।

आज लोगों को आजा चाँद की वो साइड दिखाते हैं जो धरती से नहीं दिखती,
ना-ना लाइटिंग नहीं लगानी वहाँ, तू बस चल,
तेरे चहरे में चाँद को चमकादे जो ऐसा गलो है,
पर जल्दी तैयार हो जा रेडियो पे कहा है के रास्ते में ट्रेफिक स्लो है।

वो जो धरती से चाँद पे दाग दिखते हैं ना,
वो असल में वहाँ की खाड़ियाँ और पहाड़ियाँ हैं,
आजा आज वहाँ चल के कूदेंगे,
ना-ना अपने को बस चलना है कूद अपने आप लगेगी,
दरसल चाँद पे धरती से ग्रेविटी लो है,
पर जल्दी तैयार हो जा रेडियो पे कहा है के रास्ते में ट्रेफिक स्लो है।




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